इन्होने पढ़ा है मेरा जीवन...सो अब उसका हिस्सा हैं........

Wednesday, February 5, 2014

वसंत

कच्ची हल्दी से रंगा तन,
लगा कर पांव में महावार
नव ब्याहता सी
आयी वासंती पवन !
शरमाती सकुचाती
झिझकती
आखिर हो ही गयी
आलिंगनबद्ध !!
(खुशियों के बड़े गहरे रहस्य थोड़ी न होते हैं.....)
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
टेसू का खिलना
भौरों का गुनना
फूलती अमराइयाँ
कलियों की अंगडाइयाँ
कौन कहता है ये वसंत की दस्तक है ?
मेरे घर आता है वसंत
तुम्हारे तन से लिपटा हुआ
तुम्हारे मन में छिप कर!!
(प्रेम से प्यारा मौसम कोई न हुआ अब तक...)

~अनुलता ~
 

34 comments:

  1. :) A beautiful description of spring, eagerly waiting for it!

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    1. anu ji basant ke rang me rahi samvednaye badhai

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  2. बासंती रंग में रंगी एक अच्छी कविता |

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  3. बासंती रंगों में रंगे मन के भाव.बहुत सुंदर.

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  4. बहुत सुंदर वासंती भाव ....

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  5. बासंती रंगों में रंगे वासंती भाव

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  6. बौरा गई हूँ
    मैं कल से..
    मेरे घर आता है वसंत
    तुम्हारे तन से लिपटा हुआ
    तुम्हारे मन में छिप कर!!
    और मुझे
    पगली बना देता है....
    सादर

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  7. तन रंगा मन भी रंगा, वासंती रंगा में -सुन्दर अभिव्यक्ति l
    New post जापानी शैली तांका में माँ सरस्वती की स्तुति !
    New Post: Arrival of Spring !

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  8. हाँ बसंत तो मन में आता है :)
    क्या बात है .. मजा आया पढकर.

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  9. सच...प्रेम तो हर मौसम में वसंत ला देता है...
    सुन्दर कविता

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  10. वसंत का मतलब ही यही होता है कि पूरे माहौल और पूरी फ़िज़ाँ पर एक नशा सा छा जाए!! यह कविता भी बस वसा ही एक नशा लेकर आई है जिसे वसंत कहते हैं!!! :)

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  11. वसंत का मतलब ही यही होता है कि पूरे माहौल और पूरी फ़िज़ाँ पर एक नशा सा छा जाए!! यह कविता भी बस वसा ही एक नशा लेकर आई है जिसे वसंत कहते हैं!!! :)

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  12. मेरे घर आता है वसंत
    तुम्हारे तन से लिपटा हुआ!!
    तुम जहाँ , वसंत भी वहीं …और कौन सा मौसम होगा !

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  13. शुक्रिया शिवम्...तुम्हारी सूचना से पहले ही बुलेटिन पढ़ आये :-)

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  14. फूल खिले गुलशन गुलशन .......... टाइप रचना :)
    आखिर बसंत जो आ गई !!

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  15. सुंदर बात ....मौसम कोई भी हो ...प्रेम का मौसम कहाँ बदलता है ....!!॥
    ..

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  16. बहुत सुंदर ....प्रेम मौसम का इंतजार नहीं करता ....जहाँ प्रेम वहीँ बसंत ..!!

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  17. प्रेम ही सबसे प्यारा वसंत है
    जीवन भर यह वसंत बना रहे !

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  18. प्रेम का बसंत से गहरा सम्बंध होता है !

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  19. दिनोंदिन पुष्पित पल्लवित हो यह मधुमास और खूबसूरत भावों से हमारा मन भी सिंचित तरंगित रहे |

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  20. (प्रेम से प्यारा मौसम कोई न हुआ अब तक...)
    प्रेम एवं बसंत का संबंध बहुत ही प्रभावी होता है। बहुत दिनों बाद आपके पोस्ट पर आया हूं। वसंत पर लिखी रई कविता काफी प्रशंसनीय है। मेरे नए पोस्ट "मय की भी उम्र होती है", पर आपका बेसब्री से इंतजार रहेगा। सुप्रभात।

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  21. प्रेम का यह मौसम सदा बना रहे बस बाकी तो मौसम आते जाते रहेंगे ही :) इसी दुआ के साथ वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें। :))

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  22. बहुत सुन्दर ! सच में! यही तो वसंत है ...
    <3

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  23. सुंदर भाव अभिव्यक्ति , शुभकामनाये !

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  24. बहुत कोमल. बहुत सुन्दर

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  25. सच है बसंत तो उनके साथ ही आता है ... टिक जाता है ... जो वो साथ रहे ...
    भाव पूर्ण ...

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  26. यूँ ही बसंत आता रहे .... खूबसूरत अहसास

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  27. अति सुंदर अभिव्यक्ति

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  28. खुशियों के बड़े गहरे रहस्य थोड़ी न होते हैं!! :) :)

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