इन्होने पढ़ा है मेरा जीवन...सो अब उसका हिस्सा हैं........

Sunday, October 12, 2014

दैनिक जागरण के राष्ट्रीय संस्करण में मेरी किताब "इश्क तुम्हें हो जाएगा " की समीक्षा...............

बदल रहा है मौसम
सर्द हवा की छुअन !
ठीक उस लड़की के नर्म स्पर्श की तरह
जिसने अभी अभी सीखा है प्रेम करना.....

यूँ आते हैं त्योहारों वाले दिन !
और यूँ आती हैं खुशियाँ............................................


दैनिक जागरण के राष्ट्रीय संस्करण में "रचनाकर्म " में मेरी किताब "इश्क तुम्हें हो जाएगा " की समीक्षा सीनियर रिपोर्टर 
Smita जी द्वारा.........
http://epaper.jagran.com/ePaperArticle/28-sep-2014-edition-National-page_9-9525-73308072-262.html
http://epaper.jagran.com/epaper/28-sep-2014-262-delhi-edition-national.html



नए पुराने मौसम

मौसम अपने संक्रमण काल में है|धीरे धीरे बादलों में पानी जमा हो रहा है पर बरसने को तैयार नहीं...शायद उनकी आसमान से यारी छूट नहीं रही ! मोह...